कुछ कमाल होना चाहिए
क्यों रहे वादे अधूरे ,अब सवाल होना चाहिए /
बात सीधे न बने तो ,बवाल होना चाहिए //
दर्द का परिहास जब ,होने लगे दरबार में:
आँख में आँसू नही तब ,काल होना चाहिए /
देश के ये रहनुमा ,इसको कहाँ ले जायेंगे :
जिनकी फितरत है कि ,मालामाल होना चाहिए /
हर समय ये पीठ अपनी ,थपथपाते रह गये :
अपनी करतूतो पे जिनको ,मलाल होना चाहिए /
किसकी शिकायत हो ,किससे शिकायत हो :
चमन तो उनसे लुटा ,जिन्हे ढाल होना चाहिए /
आँसुओ के संग ,अब सपने कही बह जायें न :
कुछ नया संकल्प ले ,कुछ कमाल होना चाहिए /
बात सीधे न बने तो ,बवाल होना चाहिए //
दर्द का परिहास जब ,होने लगे दरबार में:
आँख में आँसू नही तब ,काल होना चाहिए /
देश के ये रहनुमा ,इसको कहाँ ले जायेंगे :
जिनकी फितरत है कि ,मालामाल होना चाहिए /
हर समय ये पीठ अपनी ,थपथपाते रह गये :
अपनी करतूतो पे जिनको ,मलाल होना चाहिए /
किसकी शिकायत हो ,किससे शिकायत हो :
चमन तो उनसे लुटा ,जिन्हे ढाल होना चाहिए /
आँसुओ के संग ,अब सपने कही बह जायें न :
कुछ नया संकल्प ले ,कुछ कमाल होना चाहिए /
कुछ कमाल होना चाहिए
Reviewed by VIJAY KUMAR VERMA
on
2:30 AM
Rating:
अब तो सच में कुछ कमाल होना चाहिए .. बदलाव होना चाहिए ...
ReplyDeleteसच में, वही आशा है।
ReplyDeleteशाब्दिक अनूभूति से कहीं गहरी है वैचारिक और अहसासों की अनुभूति .
ReplyDeleteSunder Panktiyan....
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